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IGIA: जिन पर थी मरहम लगाने की जिम्‍मेदारी, ठग बन यात्रियों को देते रहे ‘जख्‍म’

IGI AIRPORT: इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पुलिस ने ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है. ठगी के इस मामले में जिस व्‍यक्ति को यात्रियों की मदद के लिए बैठा गया था, वहीं शख्‍स परेशान यात्रियों को ‘जख्‍म’ देने का काम कर रहा था. इस शख्‍स को उसके साथी के साथ आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों की पहचान आदित्‍य राज और राहुल सिंह है. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर उनके बैंक खातों को सील कर दिया है. 

आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, 28 जनवरी 2024 को एयरपोर्ट टर्मिनल मैनेजर ने शिकायत देकर बताया था कि एक शख्‍स खुद को एयरपोर्ट का कर्मचारी बताकर लोगों के साथ ठगी कर रहा है. यह शख्‍स उन लोगों को अपना शिकार बना रहा है, जो गलती से अपना सामान एयरपोर्ट पर छोड़कर घर चले गए हैं. शिकायत में बताया गया था कि यह शख्‍स लोगों को फोन कर कहता था कि उनका खोया हुआ सामान मिल गया है, इस सामान को वापस हासिल करने के लिए उन्‍हें कूरियर फीस का भुगतान करना होगा. 

एयरपोर्ट टर्मिनल मैनेजर ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि कई यात्री इसके झांसे में आकर यूपीआई के जरिए भुगतान कर चुके हैं. एक बार भुगतान मिलने के बाद यह शख्‍स अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर देता है. बीते कुछ ही दिनों में यह शख्‍स चार यात्रियों के साथ ऐसी ठगी कर चुका है. टर्मिनल मैनेजर की शिकायत के आधार पर एयरपोर्ट पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. मामले की जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्‍टेशन के एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्‍व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई सवीन खरब, हेडकॉन्‍स्‍टेबल विश्वजीत सिंह और विनीत भी शामिल थे. 

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डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, जांच के दौरान यह बात सामने आई कि जिन चार यात्रियों के साथ धोखाधड़ी की गई हैं, उन्‍होंने कूरियर चार्ज का भुगतान यूपीआई आईडी के जरिए किया है. इसके अलावा, परिमल कुमार के नाम से इस शख्‍स ने जिस नंबर से यात्रियों को फोन किया था, वह नंबर भी फर्जी पहचान पत्र पर लिया गया था. बावजूद इसके, पुलिस टीम इलेक्‍ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से एक आरोपी को पकड़ने में कामयाब रही, जिसकी पहचान आदित्‍य राज के रूप में हुई. पूछताछ में आदित्‍य ने बताया कि उसके साथ इस गोरखधंधे में उसका दोस्‍त राहुल सिंह और सचिन भी शामिल है. 

पूछताछ में उनसे खुलासा किया कि सचिन ने फर्जी आईडी पर न केवल सिम की व्यवस्था की थी, बल्कि यूपीआई आईडी भी बनाई थी. वहीं, राहुल सिंह का काम टारगेट के मोबाइल नंबर की व्यवस्था करना था. आदित्य राज ने पूछताछ में यह भी बताया कि राहुल सिंह आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों की मदद के लिए काम करने वाले हेल्पलाइन कॉल सेंटर में काम करता है. इस कॉल सेंटर का काम आईजीआई हवाई अड्डे पर किसी भी प्रकार की समस्या से जूझ रहे यात्रियों की मदद करना है. 

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डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि ऐसे यात्री जो अपना सामान खोने की शिकायत लेकर इस हेल्‍पलाइन नंबर पर कॉल करते थे, उनका मोबाइल नंबर और डीटेल आदित्‍य राज को उपलब्‍ध कराता था. इसके बाद, आदित्‍य राज यात्रियों को फोन कर अपने जाल में फंसाने का काम करता था. आरोपी आदित्य की निशानदेही पर एयरपोर्ट पुलिस ने सह-आरोपी राहुल सिंह को भी बिजवासन से गिरफ्तार कर लिया है. मामले के तीससरे आरोपी सचिन की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

Tags: Airport Diaries, Delhi airport, Delhi police, IGI airport

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