22 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी
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गैंगरेप मामले में खुद को बचाने के लिए विजय की दलीलें नाकाफी साबित हुईं। अदालत के सामने जो भी सबूत रखे गए, वो माफिया के खिलाफ थे। कोर्ट ने पीड़िता के बयानों को सही ठहराया। सबसे खराब बात ये थी कि विजय ने यह अपराध जन-प्रतिनिधि रहते हुए किया। जन-प्रतिनिधि…जो जनता को हक दिलाए न कि उन्हीं का शोषण करे।
साल 2022 का विधानसभा चुनाव सिर पर था और विजय आगरा की