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नई दिल्ली. यकीन मानिए! मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का अजीज बैट जिससे 1996 में नैराबी के मैदान पर तूफान आया. जिस बैट से चौकों-छक्कों की ऐसी बारिश हुई जो उससे पहले किसी इंटरनेशनल मैच में देखने को नहीं मिली. जिस बैट से वनडे क्रिकेट का सबसे तेज शतक (Fastest Century) बना. वह अब पाकिस्तान में ‘इंजर्ड’ पड़ा है. विवादों के ‘बादशाह’ शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) का कहना है कि यह बैट उन्हें वकार यूनुस ने दिया था. हालांकि, वे यह नहीं बताते कि वकार के पास यह बैट कैसे पहुंचा. क्रिकेट के किस्से में आज बात सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के इसी बैट की.

सचिन तेंदुलकर के जिस बैट की बात हो रही है, शाहिद अफरीदी ने उसी से 1996 में श्रीलंका के खिलाफ 37 गेंद पर शतक ठोक दिया था. यह उस वक्त वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड था, जो अगले 18 साल तक कायम रहा. अफरीदी ने इस पारी में 11 छक्के और 6 चौके लगाए थे. यह कोई राज भी नहीं है कि वह बैट सचिन का था. बहुतेरे क्रिकेटप्रेमी इस बात को जानते हैं. लेकिन शाहिद अफरीदी इसे जिस अंदाज में बताते हैं वह जरूर भारतीय क्रिकेट और सचिन तेंदुलकर के फैंस को बुरी लग सकती है.

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एक टीवी शो में शाहिद अफरीदी से एंकर पूछता है कि आपने जो 37 गेंद पर सेंचुरी बनाई थी, वह सचिन तेंदुलकर के बैट से आई थी. अफरीदी जवाब देते हैं- हां बिलकुल. इस पर एंकर फिर पूछता है कि तो क्या आपने उस बैट को फिर कभी यूज नहीं किया. तब अफरीदी कहते हैं कि नहीं, वह अभी भी रखा है क्योंकि काफी इंजर्ड हो गया है. अब उसके आराम के दिन हैं. वो (बैट) काफी खेला था. वह बैट भी मुझे मैच से एक दिन पहले विकी भाई (वकार यूनुस) ने दिया था.

पठान! ये ले आज इस बैट से खेल…
अफरीदी बताते हैं कि वार्मअप से पहले वकार ने मुझसे कहा, ‘पठान! ये ले आज इस बैट से खेल.’ अफरीदी इस बातचीत में अपने सीनियर्स की भर-भर के तारीफ करते हैं. खुद को सचिन तेंदुलकर का फैन बताने वाले अफरीदी, मास्टर ब्लास्टर पर तब तंज भी कसते हैं, जब एंकर भारतीय क्रिकेटर का शुक्रिया अदा करता है. एंकर कहता है कि सबसे पहले तो हम सचिन तेंदुलकर ने वो बैट दिया, उनका शुक्रिया अदा करते हैं. आप आगे भी हमारे बच्चों को बैट देते रहें… अफरीदी को यह तारीफ हजम नहीं होती और वे एंकर को बीच में रोकते हुए कहते हैं कि हां, मुझे पता चला है कि वो (सचिन) उस बैट से जब खेलता था तब जीरो पर भी आउट हुआ है. अफरीदी की इस बात पर एंकर और दर्शक ठहाका लगाते हैं.

अफरीदी नहीं समझ पाए सचिन-वकार की दोस्ती
बता दें कि सचिन तेंदुलकर और वकार यूनुस ने अपना टेस्ट करियर एक ही दिन, एक ही मैच से शुरू किया था. वकार ने ही इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन को सबसे पहले आउट किया था. जाहिर है, बाद में दोनों में दोस्ती हुई होगी. खेलभावना और भाईचारे की वजह से सचिन ने वकार यूनुस को अपना बैट भेंट किया. अफरीदी शायद यह सम्मान समझ नहीं पाए. इसीलिए वह कह जाते हैं कि बैट इंजर्ड पड़ा है या या जिस बैट ने उन्हें बैटर की पहचान दी, उसे वे सचिन के जीरो पर आउट होने के नाम से याद रखना चाहते हैं.

बॉलर के तौर पर एंट्री, फिर बनाई बैटर की पहचान
यह भी जानना जरूरी है कि शाहिद अफरीदी पाकिस्तानी टीम में स्पेशलिस्ट बॉलर के तौर पर चुने गए थे. उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद के चोटिल होने पर जगह मिली थी. पाकिस्तान उन दिनों टीम में ऐसा हिटर तलाश रहा था जो श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और कालूवितर्णा की तरह शुरुआती 15 ओवर में तेजी से हिट कर सके. अफरीदी को इसी तलाश में आजमाया गया और सचिन का बैट लेकर उन्होंने शतक ठोक दिया. इस तरह एक गेंदबाज के तौर पर डेब्यू करने वाले खिलाड़ी की पहचान बैटर या ऑलराउंडर की बन गई.

Tags: India Vs Pakistan, Kisse India-Pak Ke, Off The Field, Sachin tendulkar, Shahid afridi

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