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नई दिल्ली3 मिनट पहले
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टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ ED ने मंगलवार (2 अप्रैल) को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। कैश फॉर क्वेरी केस में CBI भी की FIR के आधार पर यह केस दर्ज किया गया है। महुआ पर आरोप है कि उन्होंने FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) नियमों का उल्लंघन किया है। यह जानकारी न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दी है।
इससे पहले महुआ को ED ने फेमा से जुड़े एक मामले में समन भेजकर 28 मार्च को पेश होने का कहा था। कुछ फॉरेन ट्रांजैक्शन और एक NRI खाते से जुड़े लेनदेन भी एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देकर पेश होने से इनकार कर दिया था। महुआ को ED का ये तीसरा समन था।
महुआ के अलावा ED ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को भी समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इससे पहले दर्शन के पिता निरंजन हीरानंदानी मुंबई में एजेंसी के सामने पेश हुए थे।
महुआ मोइत्रा (49) 2019 में पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से TMC के टिकट पर लोकसभा सांसद चुनी गई थीं। दिसंबर 2023 में उन्हें लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया।
महुआ पर लोकसभा में पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप है
दरअसल, पिछले साल 2023 में BJP सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर महंगे गिफ्ट्स और पैसे लेने के बदले में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी ग्रुप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था।
महुआ पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा था। इसके बाद यह मामला लोकसभा की एथिक्स कमेटी में भेज दिया गया था, जहां पर महुआ दोषी पाई गई थीं। इसके बाद महुआ को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
कैश फॉर क्वेरी केस में CBI भी जांच कर रही
केंद्रीय जांच एजेंसी CBI भी TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्रारंभिक जांच कर रही है। मामला कैश फॉर क्वेरी केस से ही जुड़ा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, CBI ने लोकपाल के निर्देश के बाद जांच शुरू की है। एजेंसी इस जांच के आधार पर ही तय करेगी कि मोइत्रा के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया जाए या नहीं।
प्रारंभिक जांच के तहत CBI किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकती या तलाशी नहीं ले सकती है, लेकिन वह जानकारी मांग सकती है। साथ ही TMC सांसद से पूछताछ भी कर सकती है।
महुआ मोइत्रा के संसद में 62 सवाल, 9 अडाणी से जुड़े
2019 में सांसद बनने के बाद से महुआ मोइत्रा ने पार्लियामेंट में 28 केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े 62 सवाल पूछे हैं। इनमें पेट्रोलियम से लेकर कृषि, शिपिंग, नागरिक उड्डयन, रेलवे आदि शामिल हैं।
sansad.in की वेबसाइट के मुताबिक, 62 सवालों में से सबसे ज्यादा 9 सवाल पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के लिए थे, उसके बाद वित्त के लिए आठ सवाल थे।
कुल 62 में से 9 सवाल अडाणी समूह से संबंधित थे। इनमें से छह सवाल पेट्रोलियम मंत्रालय के लिए और एक-एक सवाल वित्त, नागरिक उड्डयन और कोयला मंत्रालयों के लिए था।
महुआ पर कार्रवाई को 10 पॉइंट्स में समझिए…
- सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने महुआ पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए।
- BJP सांसद निशिकांत दुबे ने बताया कि महुआ ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर उनके सवाल लोकसभा में पूछे।
- निशिकांत ने इसकी शिकायत लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से की। ओम बिड़ला ने एथिक्स कमेटी को शिकायत भेज दी।
- भाजपा सांसद विनोद सोनकर इस कमेटी के अध्यक्ष हैं। 15 मेंबर्स वाली इस कमेटी में सोनकर सहित 7 भाजपा सांसद हैं।
- हीरानंदानी ने कमेटी को बताया कि उन्होंने अपने सवाल प्रश्न पोस्ट करने के लिए दुबई में महुआ की संसदीय लॉगिन ID और पासवर्ड का इस्तेमाल किया।
- महुआ ने अपने संसदीय लॉगिन क्रिडेंशियल शेयर करने की बात स्वीकार की। साथ ही गिफ्ट के तौर पर एक स्कार्फ, लिपस्टिक और आई शैडो लेने की बात मानी।
- एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ को दोषी माना गया। कमेटी के 15 में से 10 मेंबर्स ने निष्कासन मामले में वोटिंग की। इनमें 6 वोट पक्ष और 4 विपक्ष में पड़े।
- कमेटी ने लोकसभा स्पीकर को रिपोर्ट सौंपी। महुआ को लोकसभा से निष्कासित किया गया।
- महुआ ने कहा कि उनके खिलाफ कोई कैश या गिफ्ट के सबूत नहीं मिले। एथिक्स कमेटी ने बिना सबूत के मेरे खिलाफ रिपोर्ट बनाई और कंगारू कोर्ट ने मुझे सजा दी।
- महुआ ने लोकसभा से निष्कासन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।
कैश फॉर क्वेरी केस से जुड़े 4 मुख्य किरदार…
कैश फॉर क्वेरी केस में मुख्य रूप से चार किरदार रहे हैं। TMC नेता महुआ मोइत्रा, BJP सांसद निशिकांत दुबे, वकील जय अनंत देहाद्राई और रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO दर्शन हीरानंदानी। पूरी खबर पढ़ें