नई दिल्ली16 मिनट पहले
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गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट को बंद करने की घोषणा की। (फाइल फोटो)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि मंत्रालय ने भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR) को खत्म करने का फैसला लिया है। इससे दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट बंद हो गया है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा- भारत की आंतरिक सुरक्षा और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की डेमोग्राफी को बरकरार रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। इससे पहले अमित शाह ने असम में 20 जनवरी को ऐलान किया था कि भारत-म्यांमार के बीच बॉर्डर की फेंसिंग की जाएगी। दोनों देशों के बीच फिलहाल 1600 किमी लंबी बॉर्डर है।
क्या होता है FMR?
भारत म्यांमार के बीच 1600 किलोमीटर का बॉर्डर है। 1970 में दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट का एग्रीमेंट हुआ था। इसे ही फ्री मूवमेंट रिजीम कहा जाता है। आखिरी बार इसे 2016 में रिन्यू किया गया था। इससे दोनों देशों के लोगों को एक दूसरे के क्षेत्र में बिना किसी डॉक्युमेंट के जाने की इजाजत मिलती है।
म्यांमार के 600 सैनिक मिजोरम में घुस आए थे
शाह ने यह घोषणा उस वक्त की है जब म्यांमार में विद्रोही गुटों और सेना के बीच लड़ाई तेज हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवंबर से अब तक भारत में 600 सैनिक घुस आए थे। मिजोरम सरकार ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र से मदद मांगी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनवरी में म्यांमार से भागे सैनिकों ने मिजोरम के लांग्टलाई जिले के तुईसेंटलांग में असम राइफल्स के पास शरण थी। सैनिकों ने बताया था कि पश्चिमी म्यांमार राज्य के रखाइन में एक हथियारबंद विद्रोही गुट अराकन आर्मी (AA) के उग्रवादियों ने उनके शिविरों पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद वे भागकर भारत आए।
तस्वीर लांग्टलाई जिले के बॉन्डुकबंगसोरा गांव में बैठे म्यांमार सैनिकों की है।
अराकन आर्मी म्यांमार का सबसे ताकतवर विद्रोही गुट
बीते एक दशक में अराकन आर्मी म्यांमार में सबसे ताकतवर विद्रोही गुट बनकर उभरा है। मिजोरम और म्यांमार के चिन प्रांत के बीच 510 किलोमीटर लंबी सीमा है।
म्यांमार शरणार्थी भारतीय बॉर्डर कैसे आसानी से पार कर लेते हैं
यंग मिजो एसोसिएशन के सचिव लालनुन्तलुआंगा कहते हैं कि भारत और म्यांमार की सीमा से इधर-उधर जाना आसान है। बॉर्डर के दोनों तरफ 25 किलोमीटर तक जाने की छूट है। ऐसे में म्यांमार से लोग आसानी से भारत पहुंच जाते हैं।
आइजॉल के गवर्नमेंट जॉनसन कॉलेज में प्रोफेसर डेविड लालरिनछाना का कहना है कि म्यांमार के चिन और मिजोरम के मिजो लोगों के बीच अच्छे रिश्ते हैं। ये अपने को एक-दूसरे के पूर्वज मानते हैं। यही वजह है कि चिन विस्थापितों लोगों को मिजोरम में सहयोग मिलता है।
म्यांमार में फरवरी 2021 में तख्तापलट के बाद से अवैध प्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस दौरान करीब 40 हजार शरणार्थियों से मिजोरम में पनाह ली। वहीं करीब 4 हजार रिफ्यूजी मणिपुर पहुंचे।
म्यांमार में तख्तापलट के बाद सेना ने इमरजेंसी की घोषणा की
फरवरी 2021 में म्यांमार में सेना ने लोकतांत्रिक सरकार को हटाकर सस्ता पर कब्जा कर लिया। वहां की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और राष्ट्रपति विन मिंट समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके बाद मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग ने खुद को देश का प्रधानमंत्री घोषित कर दिया था। सेना ने देश में 2 साल के आपातकाल की घोषणा की थी। इसके बाद से म्यांमार में गृह युद्ध चल रहा है, जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। मिजोरम पुलिस के मुताबिक, बीते कुछ महीनों से भारत-म्यांमार सीमा के आसपास गतिविधियां बढ़ी हैं। हजारों की संख्या में म्यांमारी लोग भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं।
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म्यांमार में अशांति का फायदा उठा रहा चीन:बंगाल की खाड़ी में प्रवेश द्वार, सेना को हथियार; विद्रोहियों की भी मदद
अपनी ताकत के विस्तार करने में जुटा चीन अपने पड़ोसी देशों की आंतरिक अशांति का भी फायदा उठा रहा है। फरवरी 2021 में जब म्यांमार की सेना ने चुनी हुई सरकार को हटाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया, तो चीन ने इसे ‘बड़ा कैबिनेट फेरबदल’ कहा था। पढ़ें पूरी खबर…
Add Cover Image Header Preview Image avatarNo file chosen Caption (Optional) गृह मंत्री अमित शाह गुवाहाटी में असम पुलिस की पासिंग आउट परेड के दौरान भाषण देते हुए । Graphics Editor Carousel Template (Optional) Video / Audio Summary (Optional) Save Content & Upload Video / Audio Summary Category SEO Keyword Myanmar military defection, Mizoram border intrusion, Mizoram-Myanmar border tensions, Myanmar political unrest impact on India Meta Title (English) Myanmar India | Myanmar Military Soldiers Enter Mizoram Update Meta Description Mizoram-Myanmar Border Tension म्यांमार में बढ़ती विद्रोही ताकतों और जुंटा-शासन के बीच लड़ाई तेज हो रही है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि म्यांमार के 600 सैनिक वहां से भागकर भारत आ गए हैं। मिजोरम सरकार ने इस बारे में केंद्र सरकार से बात की है। URL myanmar-military-soldiers-enter-mizoram-modi-govt-132471289 News Type (Multi Selection) Related News (Optional) अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बोले- मैं 200 वर्ष जिंदा रह सकता हूं, बस जंक फूड छोड़ना पड़ेगा × 4 ईरानी सैनिकों की मौत; 5 दिन पहले ईरान ने मोसाद के ठिकानों पर किया था हमला × एपिफेनी त्योहार मनाने पहुंचे थे; -30 डिग्री तापमान में भी बने स्नान स्थल × बलूचिस्तान में ईरानी एयरस्ट्राइक के बाद तनाव बढ़ा था, PAK ने भी जवाबी कार्रवाई की थी × Add Related News Edit Type Major Minor