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इम्फाल3 घंटे पहले
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राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल से शुरू हुई।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज 15 जनवरी को दूसरा दिन है। राहुल ने सुबह इम्फाल वेस्ट के सेकमई से यात्रा शुरू की। 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल से यात्रा की शुरुआत हुई थी। मणिपुर में आज एक दिन के सफर के बाद यात्रा रात में नगालैंड में प्रवेश करेगी। राहुल की यात्रा शुरुआती दो दिन में 257 KM का सफर कर 5 जिलों को कवर करेगी।
लोगों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि पिछले साल हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा शुरू की थी। इसका मकसद देशभर के लोगों को साथ लाना था। हम एक यात्रा देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिम तक करना चाहते थे। इसे हमने मणिपुर से शुरू करने का फैसला लिया। हम भारत के लोगों को बताना चाहते थे कि मणिपुर के लोग किस तकलीफ से जूझ रहे हैं। मैं जानता हूं कि आप किस त्रासदी से गुजर रहे हैं। आपने कई अपनों को खोया है। संपत्ति का नुकसान हुआ। मैं आपके साथ हूं। हम चाहते हैं कि मणिपुर में शांति लौटे।
66 दिनों तक चलने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी। राहुल गांधी जगह-जगह रुक कर स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे। इस दौरान राहुल 6700 किमी का सफर तय करेंगे। यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी।
यात्रा के दूसरे दिन की फोटोज…
राहुल गांधी ने मणिपुर में लोगों से मुलाकात की।
यात्रा के दौरान राहुल ने मणिपुर के एक पारंपरिक आयोजन में भी हिस्सा लिया।
राहुल की यात्रा में पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी समुदाय के लोग भी जुटे।
राहुल गांधी की बस में कुछ बच्चे पोस्टर लेकर पहुंचे। इनमें लिखा था- अंकल राहुल, हम आपके साथ पैदल चलना चाहते हैं। अंकल राहुल, हम देश का भविष्य हैं और हमारा भविष्य आप पर निर्भर है।
14 जनवरी-पहला दिन : राहुल का PM पर निशाना, लोगों से मुलाकात की
14 जनवरी को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मणिपुर के थौबल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज किया। यात्रा से पहले राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा- चुनाव में ज्यादा समय नहीं बचा। इसलिए पैदल के साथ-साथ बस यात्रा का फैसला किया। सवाल उठा कि यात्रा कहां से शुरू करें, किसी ने कहा वेस्ट से करो, किसी ने ईस्ट बताया।
राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के दौरान बस से उतरकर थौबल में दुकानदारों से मुलाकात की।
मैंने साफ कहा- अगली भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ मणिपुर से शुरू हो सकती है। मणिपुर में BJP की नफरत की राजनीति है। मणिपुर में भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे और आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने, गले मिलने नहीं आए। ये शर्म की बात है।
यात्रा के पहले दिन की तस्वीरें…
न्याय यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी थौबल में रात में मशाल लेकर सड़क पर चले।
राहुल गांधी ने मणिपुर में बस से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की।
यात्रा के दौरान राहुल ने एक बच्चे को गोद में बिठाया।
मणिपुर के थौबल में राहुल गांधी ने महिलाओं से मुलाकात की।
थौबल में स्थानीय लोगों के साथ चर्चा करते हुए राहुल ने बच्चों से भी हंसी-मजाक किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी को तिरंगा देकर न्याय यात्रा की शुरुआत करवाई।
राहुल गांधी ने न्याय यात्रा शुरू करने से पहले थौबल में खोंगजोम वॉर मेमोरियल में श्रद्धांजलि दी।
राहुल 6 हजार किमी से ज्यादा का सफर करेंगे
20 मार्च को खत्म होने वाली यात्रा 15 राज्य और 110 जिलों के 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल गांधी बस से और पैदल 6 हजार 713 किलोमीटर से ज्यादा का सफर करेंगे। यह मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र में खत्म होगी।
ये उस बस की तस्वीर है, जिसमें राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सफर कर रहे हैं।
15 राज्यों की 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
मणिपुर से यात्रा शुरू करके पूर्वोत्तर की 25 सीटें साधने की कोशिश
थौबल से यात्रा की शुरुआत पूर्वोत्तर राज्यों को ध्यान में रखते हुए की गई है। रणनीतिकार मानते हैं कि मणिपुर में हिंसा से लोगों का भाजपा से मोह भंग हुआ है। यही वजह है कि पूर्वोत्तर की 25 सीट के लिए राहुल गांधी 13 दिनों तक यहां रहेंगे।
दरअसल, मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं।
राहुल गांधी ने जून 2023 में मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। यहां उन्होंने हिंसा पीड़ितों से बातचीत की।
अब जानिए किस राज्य में कितने दिन रुकेगी न्याय यात्रा
भारत जोड़ो न्याय यात्रा एक दिन के लिए मणिपुर में रहेगी। इसके बाद यह नगालैंड में प्रवेश करेगी और दो दिनों में 257 KM और 5 जिलों को कवर करेगी और आठ दिनों में असम में 833 KM और 17 जिलों को कवर करेगी। इसके बाद यात्रा एक-एक दिन के लिए अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जाएगी।
रूट मैप के मुताबिक, यात्रा पश्चिम बंगाल में पांच दिनों तक चलेगी, जिसमें 523 KM और सात जिले शामिल होंगे। बिहार में चार दिन तक 425 किमी और 7 जिलों को कवर किया जाएगा। इसके बाद झारखंड में यात्रा आठ दिन में 804 KM और 13 जिलों को कवर करेगी।
ओडिशा में न्याय यात्रा चार दिन में 341 KM और चार जिलों को कवर करेगी और छत्तीसगढ़ में पांच दिन में 536 KM और सात जिलों को कवर करेगी। कांग्रेस की यह यात्रा उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 दिन का समय बिताएगी और 20 जिलों को कवर करेगी।
मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिनों में 698 KM और 9 जिलों को कवर करेगी। यह एक दिन में राजस्थान के 2 जिलों जाएगी। राहुल की यह यात्रा गुजरात और महाराष्ट्र में पांच-पांच दिनों तक चलेगी, जो क्रमशः 445 किमी और 479 किमी की दूरी तय करेगी। इसका समापन 20 या 21 मार्च को मुंबई में होगा।
कांग्रेस ने यात्रा के लिए लॉन्च किया गाना
12 जनवरी को कांग्रेस ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए नया गाना लॉन्च किया। पार्टी ने ‘सहो मत-डरो मत’ टैगलाइन के साथ इसे ‘न्याय गीत’ का नाम दिया। इसमें प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों, राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो पदयात्रा की कुछ झलकियां, कोरोना महामारी के दौरान मौतें और किसानों, मजदूरों के साथ कांग्रेस नेता की बातचीत को दिखाया गया है।
गाने का यह पोस्टर कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट से लिया गया है।
UP में यात्रा का फोकस अमेठी-वाराणसी में रहेगा
भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिन UP में रहेगी। यह यात्रा 11 दिन में 20 से ज्यादा जिले कवर करके कुल 1074 KM की दूरी तय करेगी। UP में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट पर सिमट गई थी। रायबरेली से केवल सोनिया गांधी को जीत मिली थी।
इस चुनाव में कांग्रेस अपनी पैतृक सीट अमेठी भी हार गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया था। ऐसे में कांग्रेस का फोकस लोकसभा की कई अहम सीटों पर रहेगा। इनमें वाराणसी, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और प्रयागराज शामिल हैं।
अब पढ़िए राहुल की पिछली भारत जोड़ो यात्रा के बारे में…
145 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं राहुल
इससे पहले राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी। 145 दिनों की यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में खत्म हुई थी। तब राहुल ने 3570 किलोमीटर की यात्रा में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया था।
श्रीनगर में यात्रा के समापन के मौके पर शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राहुल ने कहा था- मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए की है। हमारा उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को नष्ट करना चाहती है।
यात्रा के दौरान राहुल ने 12 सभाओं को संबोधित किया था, 100 से ज्यादा बैठकें और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं। उन्होंने चलते हुए 275 से ज्यादा चर्चाओं में हिस्सा लिया, जबकि कहीं रुककर 100 के करीब चर्चाएं कीं
सियासी मकसद से ज्यादा राहुल के लुक और टी-शर्ट की चर्चा
राहुल के इस सफर में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा है। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद उनकी शक्ल पूरी तरह बदल चुकी थी। चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे। इधर, राहुल की सफेद टी-शर्ट भी चर्चा में रही, जिसे पहनकर वे कड़ाके की सर्दी में भी चलते नजर आए।
भारत जोड़ो यात्रा में कितने बदल गए थे राहुल गांधी, 10 तस्वीरें…
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे।
राहुल गांधी ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। तब राहुल सफेद टी-शर्ट और ट्रैक पेंट के साथ स्पोर्ट्स शू पहनकर चलते नजर आए थे। उस समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी।
राहुल की यात्रा 2 अक्टूबर को कर्नाटक के मैसूर पहुंची थी। दिनभर यात्रा के बाद देर शाम राहुल लोगों को संबोधित करने के लिए मंच की तरफ बढ़े, तो बारिश होने लगी। राहुल ने बारिश रुकने का इंतजार नहीं किया। भीगते हुए उन्होंने भाषण जारी रखा।
राहुल गांधी की यात्रा जब तेलंगाना पहुंची, तो वे किसानों के समर्थन में गन्ना उठाकर चलते दिखाई दिए। यहां पहुंचने तक राहुल का लुक भी बदल चुका था और उनकी दाढ़ी भी बढ़ने लगी थी। हालांकि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर ही यात्रा कर रहे थे।
हिंदी बेल्ट में पहले कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान पहुंचकर राहुल ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की थी। इस वक्त तक सर्दी पड़ने लगी थी, लेकिन राहुल केवल सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे। उनकी दाढ़ी भी घनी हो चुकी थी।
राहुल गांधी ने 24 दिसंबर को मां सोनिया गांधी के साथ यह तस्वीर शेयर की थी। लिखा था कि इनसे मिला प्यार देश में बांट रहा हूं।
कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ये तस्वीर सामने आई थी। तब राहुल अपनी मां के गाल छूते नजर आए थे। इस दौरान अंबिका सोनी भी मौजूद थीं। राहुल ने नेहरू टोपी पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी और बाल काफी बड़े हो चुके थे।
राहुल गांधी जब जम्मू-कश्मीर के बनिहाल पहुंचे तो कड़ाके की सर्दी थी। राहुल ने यहां टोपी तो पहनी, लेकिन वे हाफ स्लीव्स की सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे, जबकि उनके साथ मौजूद लोगों ने गर्म कपड़े पहन रखे थे। दाढ़ी और बड़ी हो चुकी थी।
श्रीनगर में यात्रा के समापन से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का हाथ पकड़े हुए राहुल गांधी। पीछे उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिखाई दे रही हैं। तब राहुल कश्मीरी ड्रेस में दिखे थे।
श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन से पहले बर्फबारी शुरू हो चुकी थी। इस दौरान राहुल और प्रियंका ने जमकर बर्फ में मस्ती की। तब राहुल ने सफेद टी-शर्ट और हाफ जैकेट पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी बहुत बढ़ चुकी थी।
भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त हो गई। इस दौरान कैप और कश्मीरी ड्रेस पहने राहुल ने भारी बर्फबारी के बीच अपनी स्पीच पूरी की थी।
नेता, लेखक, सैन्य दिग्गज भी यात्रा में शामिल हुए
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मशहूर हस्तियों, लेखकों, सैन्य दिग्गजों की भागीदारी भी रही। इनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (रिटायर्ड) एल रामदास और पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन, पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम भी शामिल हुए थे।
यात्रा में विपक्ष के नेता भी शामिल हुए थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, PDP चीफ महबूबा मुफ्ती, शिवसेना बाल ठाकरे के आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी, संजय राउत और NCP की सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी मार्च के दौरान कहीं-कहीं राहुल के साथ चले थे।
मंदिर-मस्जिद, चर्च-गुरुद्वारा भी गए
यात्रा के बीच राहुल अलग-अलग राज्यों में कई धर्मस्थलों पर भी गए। राहुल जहां गए, उनकी वेशभूषा वहां के मुताबिक नजर आई। राहुल मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे गए। पूजा-अर्चना की और धर्मगुरुओं से भी मिले।