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बेंगलुरु1 घंटे पहले
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बेंगलुरु की एक स्पेशल कोर्ट ने शनिवार को कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता सतीश जारकीहोली के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है। ये आदेश उनके एक पुराने बयान को लेकर दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू शब्द फारसी मूल का शब्द है और इसका मतलब बहुत गंदा है।
बेंगलुरु के स्पेशल कोर्ट ऑफ पीपुल्स रेप्रेजेंटेटिव ने वकील दिलीप कुमार की तरफ से क्रिमिनल प्रोसिजर कोड (CrPC) के सेक्शन 397 के तहत दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए जारकीहोली के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज करने का आदेश दिया।
जारकीहोली ने कहा था- हिंदू शब्द हमारा नहीं, तो ऐसा धर्म हम पर क्यों थोपा जा रहा
जारकीहोली ने 7 नवंबर 2022 को बेलागावी जिले के एक कार्यक्रम में कहा था, ‘वे हिंदू धर्म की बात करते हैं… हिंदू शब्द कहां से आ गया? यह हमारा है क्या? यह तो पर्शियन (फारस) का है। ईरान, इराक, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान का है। फिर हिंदू शब्द आपका कैसे हो गया? इस पर विस्तार से चर्चा की जानी चाहिए।’
जारकीहोली ने आगे कहा कि अभी वॉट्सऐप और विकिपीडिया पर देखो कि ये शब्द कहां से आया। आपका नहीं है यह शब्द। फिर आपने उसे इतना सिर पर क्यों चढ़ा रखा है। अगर इसका मतलब आप समझेंगे तो आपको शर्म आ जाएगी। इसका मतलब बहुत गंदा है। ये सब वेबसाइट पर है। आप हम पर ऐसा धर्म थोप रहे हैं तो कहीं और से आया है।
कांग्रेस ने जारकीहोली के बयान की निंदा की थी
कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि जारकीहोली का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और खारिज किए जाने लायक है। हम भी इसकी निंदा करते हैं। हिंदुत्व एक जीने का अंदाज है और एक सभ्यता है। कांग्रेस हर धर्म को सम्मान देती है।
भाजपा ने बयान को भड़काऊ बताया था
BJP ने इस बयान को वोट बैंक की राजनीति बताकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘शिवराज पाटिल के बाद अब कर्नाटक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने हिंदुओं को भड़काते हुए उनका अपमान किया है।
दो दिन बाद जारकीहोली ने बयान पर माफी मांगी थी
बयान देने के अगले दिन सतीश जारकीहोली इस बयान पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें गलत साबित कर दिया गया तो वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि अगले ही दि उन्होंने माफी मांग ली। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को एक पत्र लिखकर उन्होंने अपना बयान वापस लिया। उन्होंने कहा कि उनके दिए गए बयानों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि मैंने सिर्फ इस मुद्दे पर चर्चा किए जाने की बात कही थी। मैंने विकीपीडिया, डिक्शनरी और इतिहासकारों की लिखी बातों के आधार पर सवाल उठाए थे, लेकिन कुछ लोग मुझे हिंदू विरोधी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए मैं अपने बयान वापस लेता हूं। मुझे इस बात का अफसोस है कि मेरे बयानों से जनता के मन में उलझन पैदा हुई।