काठमांडू, नेपाल5 मिनट पहले
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नेपाल में हर साल घोड़े जात्रा उत्सव आयोजित किया जाता है जिसे घोड़ों की रेस भी कहते हैं। घोड़े जात्रा काठमांडू घाटी के तीन शहरों में भव्य रूप से मनाया जाता है। पहला टुंडिखेल मैदान में, दूसरा ललितपुर के पाटन बालकुमारी और तीसरा भक्तपुर दरबार परिसर में इसे मनाया जाता है।
इस साल काठमांडू के टूडिखेल में यह उत्सव मनाया गया। नेपाल की घुड़सवार सेना घोड़ो के साथ कलाबाजियां करते दिखाई दी। करीब 60 घोड़े अलग अलग तरह के करतब करते दिखाई दिए।
घोड़े जात्रा त्योहार में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और अन्य उच्च स्तरीय अधिकारी हिस्सा लेते हैं। घोड़े जात्रा नेपाल में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों में से एक है। इसकी अपनी एक अलग ही पहचान है। मान्यताओं के अनुसार घोड़े जात्रा की शुरुआत गुरुमापा राक्षस पर विजय के उत्सव के रूप में हुई थी। नेपाल के स्थानीय लोगों द्वारा नए साल का स्वागत करने के लिए भी इसका आयोजन किया जाता है।