नई दिल्ली59 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
जम्मू-कश्मीर में हमले की साजिश में जुटे लश्कर-ए-तैयबा के मॉड्यूल का भांडाफोड़ हुआ था। उसमें रियाज का नाम सामने आया था।
दिल्ली पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा मॉड्यूल (LeT) के एक आतंकी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान रियाज अहमद के रूप में हुई है। पुलिस से उसके पास से एक मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद हुआ है।
पुलिस ने बताया कि रियाज आर्मी से रिटायर्ड जवान है। LoC के पार से गोला-बारूद रिसीव करने का काम करता था। दिल्ली पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस को जानकारी दे दी है।
रियाज की गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सफल ऑपरेशन के बाद हुई, जिसके कारण पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) से संचालित होने वाले कुपवाड़ा जिले में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था। जो जम्मू-कश्मीर में हमले की साजिश रच रहा था।
हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा के मॉड्यूल का जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भांडाफोड़ किया था। इसमें रियाज का नाम सामने आया था और तभी से उसकी तलाश की जा रही थी।
हमले की साजिश में शामिल था रियाज
हथियार और गोला-बारूद तस्करी में शामिल पांच आतंकवादी सहयोगियों को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने करनाह से हिरासत में लिया था। इनमें खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के नाम शामिल थे। हमले की साजिश में रियाज की भी शामिल था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें जहूर अहमद भट भी शामिल है। उसके पास से AK सीरीज राइफल, मैगजीन, राउंड और कई पिस्तौल मिलीं थीं। सामने आया है कि भट, POK स्थित लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों के संपर्क में था, जो उनकी नापाक गतिविधियों का समर्थन करने के लिए हथियारों की खेप भेजा करते थे।
यह खबर भी पढ़ें…
निज्जर केस में पहले सबूत दे कनाडा: भारत ने कहा- सिर्फ आरोप न लगाएं, हमसे जानकारी चाहिए तो पहले अपने सबूत दिखाएं
कनाडा में इंडियन हाईकमिश्नर संजीव कुमार वर्मा ने कहा- जब तक कनाडा की जांच एजेंसियां अपने द्वारा जुटाए गए सबूत भारत को नहीं देतीं, तब तक भारत उनसे कोई जानकारी साझा नहीं करेगा। वर्मा ने बात कनाडा के अखबार ‘ग्लोब एंड मेल’ को दिए इंटरव्यू में कही। निज्जर की हत्या 18 जून 2023 को कनाडा के वेंकुवर में कर दी गई थी। तभी से भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आई है। पूरी खबर पढ़ें…
आतंकी संगठन सिमी पर एक्शन ले सकेंगी राज्य सरकारें: गृह मंत्रालय ने अधिकार दिया; 7 दिन पहले ही 5 साल के लिए प्रतिबंध बढ़ाया
अब देश के सभी राज्य आतंकी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को अपने क्षेत्र में बैन कर सकते हैं। साथ ही उस पर UAPA एक्ट के तहत एक्शन भी ले सकते हैं। गृह मंत्रालय ने सोमवार (5 फरवरी) को अधिसूचना जारी करके राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को ये अधिकार दिया है। पूरी खबर पढ़ें…