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अमेठी जिले के मलिक मोहम्मद जायसी क्षेत्र के खरौली गांव बीते दिनों एक साधु का सारंगी बजाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियों में साधु ‘सुनऽ माताजी, सुनऽ बुआजी. मोरे करम लिखा वैराग्य माई रे. कोई न मेटन वाला…’ भजन रोते-रोते हुए गा रहा है. दो महिलाएं उसके बगल में बैठकर बिलख रही है. दरअसल, बचपन मे पिता की डांट से नाराज होकर मासूम बेटे अरुण कुमार उर्फ पिंकू ने घर छोड़ दिया था. 22 साल बाद साधु के भेष में भिक्षा मांगने गांव लौटा तो परिजनों ने पहचान लिया. परिजन उससे मनुहार करते रहे, उधर, साधु बन चुका अरुण भिक्षा मांगने के लिए अडिग रहा और कहता रहा कि अगर भिक्षा नहीं मिलेगी, तो मैं दरवाजे की माटी लेकर चला जाऊंगा. पर, अपने जोग साधना को खंडित नहीं होने दूंगा.