नई दिल्ली. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर समुद्री डकैती ‘एक उद्योग के रूप में फिर से उभर आई है’, लेकिन हूती विद्रोहियों ने भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज को निशाना नहीं बनाया है. भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने ‘समुद्री क्षेत्र में इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर पिछले साल दिसंबर के मध्य से अपने समुद्री सुरक्षा अभियानों के दायरे को फिर से बढ़ा दिया है’.
एडमिरल कुमार ने ‘ऑपरेशन संकल्प’ के दूसरे चरण के तहत जारी समुद्री सुरक्षा अभियानों के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर समुद्री डकैती ‘एक उद्योग के रूप में फिर से उभर आई है’, लेकिन हूती विद्रोहियों ने भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज को निशाना नहीं बनाया है.
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ऑपरेशन संकल्प का पहला चरण 2019 में शुरू हुआ था. यह मूल रूप से फारस की खाड़ी से आने वाले जहाजों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए था, क्योंकि वहां जहाजों पर कुछ हमले किए गए थे. नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘और, हमने केवल एक जहाज की लगातार उपस्थिति के साथ इसे कायम रखा.”
इसके साथ ही उन्होंने बताया, “एक बार जब हमें ड्रोन, मिसाइलों और समुद्री डाकुओं द्वारा जहाजों को निशाना बनाए जाने के बारे में जानकारी मिली, तो हमने दिसंबर के मध्य से शुरू हुए इस ‘ऑपरेशन संकल्प’ को दूसरे चरण में नवीनीकृत किया.’ उन्होंने कहा, ‘लाल सागर से अदन की खाड़ी तक उत्तरी अरब सागर और सोमालिया के पूर्वी तट के पास का समुद्र, यह वह क्षेत्र है जहां ‘हम काम कर रहे हैं, इन जहाजों को तैनात कर रहे हैं. तो, हमारा काम यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षा और स्थिरता हो, ताकि जरूरी वस्तुओं को ले जाने वाले हमारे व्यापारी जहाज सुरक्षित रूप से तटों तक पहुंच सकें.’
पिछले कुछ महीनों में लाल सागर और पड़ोसी क्षेत्र में हूती विद्रोहियों द्वारा कई मालवाहक जहाजों पर हमले किए गए हैं. वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या समुद्र में हूतियों द्वारा किसी भारतीय जहाज को निशाना बनाया गया है या निशाना बनने के करीब पहुंच गया, उन्होंने कहा, ‘किसी भी भारतीय ध्वज वाले जहाज को उनके द्वारा निशाना नहीं बनाया गया है.’ नौसेना प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, हूती ऐसे किसी भी जहाज को निशाना बना रहे हैं जिसका इजरायल के साथ संबंध है, चाहे वह इजरायल के स्वामित्व वाला हो या इजरायल का झंडा लगा हो, या इजरायल जा रहा हो या इजरायली व्यापारिक घरानों से जुड़ा हो. यही उनका लक्ष्य रहा है.
यह पूछे जाने पर कि ये ऑपरेशन कब तक जारी रहेंगे, उन्होंने कहा, ‘जब तक हिंद महासागर क्षेत्र सुरक्षित नहीं हो जाता.’ एडमिरल कुमार ने कहा, “आप इस पर कोई समयसीमा नहीं लगा सकते हैं, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हम वहां तैनात हों और यह सुनिश्चित करने के लिए सकारात्मक, सक्रिय और सकारात्मक कार्रवाई करें कि यह क्षेत्र सुरक्षित है.’
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Tags: Arabian Sea, Indian navy
FIRST PUBLISHED : March 24, 2024, 06:42 IST